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आम आदमी या आम गुंडे !

Ajay Chaudhary's blog
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बीजेपी हेड ऑफिस के बहार पत्थर और डंडे उठाये आप के कार्यकर्ता

बीजेपी हेड ऑफिस के बहार पत्थर और डंडे उठाये आप के कार्यकर्ता
आम आदमी या आम गुंडे !बीजेपी और कांग्रेस जिस तरह की पार्टी है ये तो सबको पता है, लगभग हर नागरिक जनता है की कौन कितना दूध का धुला है पर आप तो ऐसे ना थे । ये आपको क्या हो गया। आप में ही तो हमनें राजनीती नई किरण देखी थी।आप ही तो झाड़ू लेकर गंदगी साफ करने निकले थे, मगर ये क्या हुआ आपने खुद ही गंदगी को गले लगा लिया । ईमानदारी और अहिसां का नाम लेकर हम सब के बीच में आने वाले खुद ही हिंसा पर उतर आये ये आम जनता को सोचने पर मजबूर करता है। हम बात कर रहे है केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद उठे बवाल की।माना साहब बीजेपी झूठ बोल रही है पर तस्वीरे तो झूठ नहीं बोलती, तस्वीरों में तो गाँधी टोपी पहने आप के कार्यकर्ता भी हाथ में पत्थर और डंडे उठाए साफ नजर आते है। गाँधी जी ने तो एक थप्पड़ के बदले दूसरा गाल आगे करने को कहा था, पर यहाँ तो दोनों और से बरसात हो रही थी । पत्रकारिता में से राजनीती में कूदे आशुतोष भी बीजेपी दफ्तर के गेट पर कूदते नजर आ रहे थे। ऐसे में आप में और उन में क्या अलग है, आप भी उनकी बराबरी में आकर खड़े हो गए ना ।          
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     आपने खुद कार्यकर्ताओ को एसएमएस करके बीजेपी हेड ऑफिस पर बुलाया था। अब आप ये भी नहीं कह सकते की वो हमारे कार्यकर्ता नहीं थे या हमने नहीं बुलाए थे। समझ नहीं आता ये किस तरह का गाँधी वाद आप अपना रहे हो। ममता की शरण में जाने के बाद अन्ना से तो हमारा भरोसा लगभग उठ ही चुका था, पर आपसे तो हमें ये उम्मीद ना थी। आप शांतिपूर्ण तरीके से विरोध भी कर सकते थे, कानून को अपने हाथ में लेने की क्या जरुरत थी । ये ऐसा पहला मामला नहीं है जब आपकी पार्टी ने इस तरहा का कदम उठाया हो । इससे पहले भी अपने सरकार में रहते हुए ही बिन सबूत बीजेपी नेता अरुण जेटली पर आप के विधायक को रिश्वत देने का आरोप लगा जठेली के घर के बहार बीजेपी के कार्यकर्ताओ के साथ झड़प में हिस्सा लिया था । आप उनके खिलाफ केस दायर करवा सकते थे या न्यायालय में भी जा सकते थे । हम ये बिलकुल नहीं कह रहे की बीजेपी पाक साफ है मगर ये कौनसा मरने मारने का नायब तरीका आपने निकाला है ।आपकी ऐसी हरकतों से हम कई बार सोचने को मजबूर हो जाते है की आप आम आदमी है या आम गुंडे ।                              

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